ये तो आप सभी जानते हैं कि गणेशचतुर्थी को चंद्रदर्शन निषिद्ध हैं. लेकिन आज की व्यस्त जीवनशैली में जब रात को देर तक बाहर रहना हो तो भूले-भटके चंद्रदर्शन हो ही जाता है (इसका उपाय अगले लेखों में) तो इसके दोष को कम करने के लिए महापुरूषों ने ऐसा बताया है कि भाद्रपद शुक्ल द्वितीया (आज 17.09.12) को चंद्रदर्शन करने से कलंकचतुर्थी के चंद्रदर्शन का दोष कम हो जाता है.
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